德尔城影匠
The Quiet Power of Silk: A Visual Poem on Desire, Identity, and the Space Between
सिल्क के पीछे का सन्नाटा
ये तस्वीर देखकर मेरा मस्तिष्क बोला: ‘अरे ये क्या है?’ फिर सोचा: ‘ओह… ये तो सिर्फ सिल्क है।’ लेकिन फिर पता चला — इसमें सब कुछ है: विश्राम, आतंक, दर्शन, और महज़ 100% प्राकृतिक।
मौन ही सबसे ज़बरदस्त
‘कोई कपड़ा नहीं’ — ये कहानी में ‘गायबी’ को सजाने के लिए प्रयोग हुआ। जैसे: ‘अब मैंने समझ ही ली!’ 😎 इंग्लिश में ‘wu wei’, हिंदी में ‘घमंड-भरा-उदासीन-अवतरण’!
कला vs. Instagram Reels
कई ‘दुख’ कहते हैं: ‘यह सिर्फ Lingerie Shot है!’ मैं कहता हूँ: ‘देखो… सचमुच… ’ कि प्रति-खामोशी में इच्छा, पहचान, और Space — sab kuch hai.
अगर आपको ‘सब’ पढ़ने में मज़ाआआए… toh comment mein likho: “मुझे bhi chahiye woh silka!” 🩹✨ (यह #SilkPoem #VisualArt #DesireAndIdentity ka ek chhota sa experiment hai)
自己紹介
दिल्ली के रातों के छाया में खोए हुए सुंदरता की तलाश। एक प्रतिष्ठित फोटोग्राफर, जो हर कैमरा सेटअप में भावना की गहराई को समेटता है। #विजुअलआर्ट #आधुनिकभारतीयसुंदरता